इमरान खान

इमरान खान
इस समय हम लोग राव सर के साथ मेदनी ज्योतिष पर काम कर रहे हैं राव सर ने मुझे इमरान खान पर आर्टिकल लिखने के लिए कहां, 5 नवंबर 2022 इमरान खान की कुंडली  और पाकिस्तान की कुंडली पर  फोकस करने के लिए कहा 
इमरान खान की यह कुंडली मुझे राव  सर से प्राप्त हुई थी, जो कि उन्हें  1990 के दौरान इमरान खान के जानने वाले ने दी थी और उनसे प्रश्न किया था कि क्या इमरान खान को राजनीति में जाना चाहिए
गौरतलब हो कि 12 नवंबर 2022 को इमरान खान के समर्थक सड़क पर आ गए थे, राव  सर के अनुसार अक्टूबर में पड़ा ग्रहण इमरान खान के लिए बुरा प्रभाव लेकर केआया है, इस पर हमारे शोध विद्यार्थी गणों ने   उस समय चर्चा भी की थी ,
वैसे तो पाकिस्तान का इतिहास ही रहा है आज तक प्रजातांत्रिक तौर पर चुने हुए प्रधानमंत्रियों ने अपना कार्यकाल पूरा नहीं किया है।
शासन में सेना का पूरा हस्तक्षेप रहता है, 1951 में वहां के प्रथम प्राइम मिनिस्टर   लियाकत अली खान  से खूनी खेल शुरू हुआ जो आज तक जारी है इतिहास साक्षी है की चुने हुए नेता गण एवं प्रधानमंत्रियों को या तो हत्या की गई है या फिर फांसी की सजा सुनाई गई है या फिर एक्सीडेंट में मारे गए हैं या फिर उन्हें जेल में कैद की सजा सुनाई गई उनमे से कुछ  चर्चित नाम है जैसे  जुल्फिकार अली भुट्टो जिन्हें फांसी की सजा दी गई थी , जनरल जिया उल हक जो कि एक्सीडेंट में मारे गए थे, बेनजीर भुट्टो  जिनकी एक आतंकवादी साजिश   में हत्या हुई थी ।
3 नवंबर 2022 इमरान खान पर  गुजरांवाला में अल्लाह वाला चौक के पास आजादी मार्च के दौरान 6 गोलियां मारी गई  खबरों के अनुसार उनके पैर  में एक गोली  लगी और वह सुरक्षित बच गये  है। 
उनके ऊपर तोषाखाना  केस के सिलसिले में गैर जमानती वारंट लगा दिया गया है जिसमें उनको जेल जाना तय माना जा रहा है।


अब बहुत सारे प्रश्न  उठ कर खड़े हो गये  है  जैसे  कि  इमरान खान पूर्व प्रधानमंत्री पाकिस्तान का आगे आने वाला भविष्य किस ओर इशारा कर रहा है क्या उन्हें 
जेल जाना पड़ेगा या फिर उनकी हत्या कर दी जाएगी या पाकिस्तान में बड़े लेवल पर ऐतिहासिक परिवर्तन दिखाई दे रहा है जिसमें इमरान खान अहम भूमिका में दिखाई दे रहे हैं   इस तरह के बड़े सारे प्रश्न हैं इसके लिए हमें उनकी कुंडली का आकलन करना होगा
इमरान खान  के व्यक्तित्व को कुंडली के माध्यम से समझने के लिए  जीवन पर प्रकाश डाला जरूरी हो जाता है  आइए एक छोटी कोशिश करते हैं । 
इमरान खान को हम एक क्रिकेटर के रूप में जानते हैं, एक कैप्टन के रूप में जानते हैं, एक प्लेबॉय के रूप में जानते हैं, एक पॉलिटिशियन के रूप में जानते हैं, एक परोपकारी के रूप में जानते हैं, एक व्यवसायी के रूप में जानते हैं  और एक प्रधानमंत्री के रूप में जाते हैं।

 


जीवन में इतनी सारी विविधता एक ही व्यक्तित्व पाया जाना उनके व्यक्तित्व को कठिनतम ,जटिलतम  एवं   विविधताओं से भर देता इनका जन्म धनु लग्न में हो रहा है , लग्नेश  गुरु पंचम भाव में चंद्रमा के साथ स्थित है, साथ ही लग्नेश गुरु एवं मंगल के साथ परिवर्तन योग में स्थित है इस प्रकार से मंगल लग्न में गुरु के घर में धनु राशि में स्थित है और गुरु मंगल की राशि  मेष में स्थित है , इनका चंद्रमा अश्विनी नक्षत्र में स्थित है  अतः जन्म के समय  इन्हें केतु की दशा प्राप्त होती है और गौरतलब  हो कि  इनका राहु/ केतु -2 / 8 अक्ष पर स्थित है उस पर से केतु अष्टम भाव में स्थित है, शुक्र छठे और एकादश भाव का स्वामी होकर एकादश भाव में स्थित होकर गुरु और चंद्रमा से   सम-

सप्तम संबंध बना रहा है , इनका  दशम भाव का स्वामी जो कि सप्तम भाव का स्वामी भी है दशम भाव में उच्च का होकर  नवम भाव के स्वामी सूर्य के साथ  और द्वितीय भाव एवं तृतीय भाव के स्वामी शनि के साथ स्थित होकर के प्रबल राजयोग बना रहा है।  इन सभी पहलुओं  का आकलन सबसे पहले शास्त्रों के अनुसार करते हैं
   शास्त्र अनुसार – श्री मत्स्य कल्याण  वर्मा  रचित  ‘ सारावली;--यदि कुंडली में गुरु के साथ शुक्र स्थित हो  या सम  सप्तम  हो तो जातक  - वेद विद्या  से जीविका करने वाला होता है, प्रमाणित  विशेष धर्म में रहने वाला एवं श्रेष्ठ पत्नी से युक्त बुद्धिमान और  धनवान होता है।
सरावली-  चंद्र के साथ गुरु स्थित हो तो जातक स्थिर मित्रता वाला बंधु बांधव का आदर करने वाला धनी सुशील एवं देव ब्राह्मणों की सेवा में तत्पर होता है I
 सारावली- शुक्र और चंद्र का संबंध होने पर जातक माला व शुभ धोती वस्त्र से युक्त, कार्य नीति का ज्ञाता, कुल का प्यारा ,कवि ,अलसी एवं खरीदने बेचने में निपुण होता है।
  सारावली–  मंगल एवं गुरु का संबंध जातक को  शिल्प कारीगरी,वेद शास्त्र को जानने वाला, तीव्र बुद्धि  युक्त, भाषण में चतुर , बुद्धिमान और शास्त्र प्रेमियों में प्रधान होता हैI
इमरान खान की कुंडली में   भैरी –नामक  महत्वपूर्ण योग विद्यमान है- जब शुक्र, लग्न का स्वामी एवं गुरु आपस में केंद्र में  होते हैं  और भाग्य का स्वामी बलवान होता है तो भैरी  नामक  योग उत्पन्न होता है - जो कि व्यक्ति को धनी, शासक, सुव्यवहार, खुशी तथा सुविधाओं से युक्त ,उदार ,धार्मिक  एवं अच्छे परिवार से  युक्त बनाता है I
एक बहुत  बलवान योग  श्रीनाथ योग भी इस कुंडली में विद्यमान है जो इन्हें अत्यंत भाग्यशाली बनाता है -
जब सप्तम भाव का स्वामी दशम भाव में उच्च का होकर स्थित हो एवं दशम भाव का स्वामी भाग्य भाव के स्वामी  के साथ हो तो

श्रीनाथ योग बनता है इस योग में उत्पन्न व्यक्ति देवराज इंद्र के समान पराक्रमी एवं भोगी राजा होता है।
इस प्रकार  अन्य बहुत से शास्त्रीय योग कुंडली में विद्यमान है जिनमें से महत्वपूर्ण एवं बलवान   योगों की  चर्चा मैंने ऊपर की जिन्होंने इन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है ।

इमरान खान की कुंडली पर  एक ज्योतिषीय वैज्ञानिक दृष्टिकोण – 
इमरान खान के जन्म के समय उन्हें केतु में बुध की दशा प्राप्त हो रही है- केतु अष्टम भाव में स्थित है परंतु उसके राशि का स्वामी चन्द्रमा पंचम भाव में वक्री गुरु के साथ स्थित है और उस पर एकादश भाव के स्वामी  शुक्र जोकि एकादश भाव में ही  स्थित होकर गुरु  और चंद्रमा के साथ एक बलवान संबंध बना रहे हैं साथ ही बुद्ध अंतर्दशा स्वामी दशम भाव में उच्च का होकर के तृतीय भाव के स्वामी  शनि के साथ स्थित है  ज्ञात हो की इनकी चार बहने हैं चारों बहनें मजबूत स्थिति में है इनकी बड़ी बहन 1-रुबीना खानम– संयुक्त राष्ट्र में एक वरिष्ठ पद पर कार्य कर चुकी हैI
2-  अलीमा खानम –एक बहुत बड़ी  अंतरराष्ट्रीय व्यवसायी है I
3- उजमा खानम–   एक प्रसिद्ध पाकिस्तान की डॉक्टर और सर्जन हैI
4- रानी खानम– धर्मार्थ गतिविधियों में सम्मिलित रहती है I
इस प्रकार जन्म के समय मिली हुई दशाएं इनकी चारों बहनों एवं उनके अच्छी स्थिति में होने को दर्शा रही है I
जन्म के समय अच्छी दशा एवं दशा का संबंध  चतुर्थ भाव एवं नवम भाव से होने के कारण और उनकी स्थिति अच्छी होने के कारण इनका जन्म एक उच्च मध्यम वर्गीय परिवार में हुआ और इनका लालन-पालन चारों बहनों के साथ बहुत सुरक्षित तरीके से हुआ एवं उनके -पिता उस समय के सिविल इंजीनियर थे और उनकी माता जालंधर के एक संभ्रांत परिवार की थी।

फरवरी 1953 से उनकी दशा शुक्र की   शुरू हो गई  जिसका संबंध पंचम भाव से था -यही कारण था कि 17 वर्षों तक इनकी प्रारंभिक  शिक्षा लाहौर के प्रतिष्ठित एचिशन [AICHISON] कॉलेज से हुई ,  इसके बाद उन्होंने द रॉयल ग्रामर स्कूल वॉर्सेस्टर [WARCESTER]   से प्राप्त की और फिर 1972  से 1975  तक केबल कॉलेज ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया और वहां दर्शनशास्त्र, राजनीति शास्त्र एवं अर्थशास्त्र में स्नातक की डिग्री प्राप्त की उस समय इनकी दशा शुक्र में केतु की थी जिन्होंने इन्हें -
एक नई खूबसूरत दुनिया में लाकर खड़ा कर दिया पंचम भाव का संबंध गुरु से होने के कारण इन्हें दर्शनशास्त्र राजनीति शास्त्र एवं अर्थशास्त्र की शिक्षा प्राप्त हुई क्योंकि गुरु का सीधा संबंध शुक्र एवं चंद्रमा से बना हुआ है I
,फरवरी 1973 से इनकी सूर्य की दशा प्रारंभ हो गई जो कि दशम भाव में दशमेश होकर बुध आदित्य योग के साथ-साथ धर्म आधि- पति कर्माधिपति योग में सम्मिलित होकर स्थित है। सूर्य - शनि देव के साथ और बुध सप्तमेश के साथ भी स्थित है-
यह माना जाता है कि बेनजीर भुट्टो पूर्व प्राइम मिनिस्टर पाकिस्तान से सबसे पहले यहीं पर इमरान खान मिले क्योंकि उस समय वह भी यहां पर अपनी शिक्षा ले रही थी और यह काफी करीब आए थे एक दूसरे के इस बात की पुष्टि बुध सप्तमेश कर रहा है इसके साथ ही साथ बेनजीर भुट्टो ने की सबसे पहली बार इमरान खान को ‘लॉयन ऑफ लाहौर कहा था.; 
क्रिकेट कैरियर== 1971 - 1975 प्रारंभिक क्रिकेट ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से शुरू किया , इनका चयन ब्लूज क्रिकेट टीम में हो गया उन्होंने पहला मैच 18 वर्ष की आयु में 1971 में टेस्ट सीरीज इंग्लैंड के खिलाफ खेला क्रिकेट टीम में सिलेक्शन के समय दशा शुक्र/ केतु रही  कारण स्पष्ट है कि अचानक अष्टम भाव में स्थित केतु और छठे भाव का स्वामी शुक्र एकादश भाव में स्थित होकर के उनके लिए क्रिकेट की जमीन तैयार कर दी और इसके बाद दशम भाव में स्थित सूर्य की दशा में जो कि तृतीयेश शनि  के साथ है एवं उच्च के दशमेश के साथ स्थित होकर एक अच्छे करियर की शुरुआत दिखाता है I
इमरान खान 1976 में यह पाकिस्तान लौट आए और इनका सिलेक्शन नेशनल टीम पाकिस्तान में हो गया, यद्यपि ये टैलेंटेड थे परंतु कुछ लोगों का आरोप है कि यह अपने फैमिली बैकग्राउंड की वजह से सेलेक्ट 
किए गए क्योंकि उनकी माता की तरफ का परिवार क्रिकेट से जुड़ा

हुआ था ।और  इनके मेरे भाई माजिद खान एवं जावेद बुर्की पाकिस्तान क्रिकेट टीम के कप्तान रह चुके थे, इस विषय को भी कुंडली के माध्यम से समझने की कोशिश करते हैं - दिसंबर 1975 से  दिसंबर 1976 तक इन्हें सूर्य में शनि की दशा मिल रही है- शनि यहां पर तृतीय  भाव का स्वामी हो करके  दशम भाव में स्थित है ऐसी परिस्थिति में थोड़ा बहुत सपोर्ट भाइयों की तरफ से मिल सकता है पर उसके दुष्परिणाम ज्यादा है क्योंकि  दशा जो है वह सूर्य और शनि जो कि आपस में एक कंट्रोवर्सी क्रिएट करते हैं,  दशम भाव में स्थित होकर के कार्यक्षेत्र में बदनामी को भी दिखाते हैं I परंतु दिसंबर 1976 से अक्टूबर 1977 सूर्य में बुध की दशा प्राप्त होती है -जो की इनके जीवन की सबसे महत्त्वपूर्ण समय पर प्रारम्भ हो रही थी ,इसके बाद -
1978 से 1979 तक इन्हे सूर्य में शुक्र की दशा  इमरान खान को एक स्टार बना देती जो क्रिकेट सनसेशन की तरह उभरते हैं । दुनिया के बेस्ट बॉलर  में से एक बन जाते  हैं ,उन्होंने बोलिंग की एक नई टेक्निक भी शुरू की स्विंगर रिवर्स ,मैन अबाउट टाउन लंदन एनड लाहौर कहा जाने लगा । 
25 मार्च 1992   जबकि पाकिस्तान ने विश्व कप क्रिकेट में जीत हासिल की उस समय इमरान खान की दशा थी मंगल में शनि थी -

हमारे गुरुजी का रिसर्च है कि जब   शनि और मंगल का एक साथ प्रभाव किसी भाव स्थान पर पड़ता है तो अत्यधिक उर्जा उत्पन्न करता है जिससे वह प्रभावशाली रूप से उभर कर सामने आता है।  यहां पर भी शनि और मंगल ने दशम से दशम भाव को और दशमेश  से  दशम भाव को अपने प्रभाव से बलवान बना दिया है और इसकी दशा में इमरान खान ने पाकिस्तान को पहली बार विश्व कप क्रिकेट में इतिहास रचवा दिया ,इस मैच में इमरान खान ने इंग्लैंड को 22 रनों से हराया था I
ARISTOCRAT PLAYBOY एक रईस रसिक—-
इमरान खान का नाम जितना क्रिकेट के मैदान में था उससे अधिक नाम उनका क्लबों में एवं महिलाओं की महफिलों में था ।  उन्हें बेशर्म मॉडर्न जिंदगी जीना पसंद था । जिसकी वजह से पत्रिकाओं और समाचार पत्रों मे चर्चा का केंद्र बिंदु हुआ करते थे, एक मुस्लिम होते हुए भी उनमें कुछ भी मुस्लिमों जैसा  नहीं था, उन्हें सुपर मॉडल के रूप में लंदन नाइट क्लब में चयन किया गया था -यह था उन्नीस सौ अस्सी का दशक- जब उनकी फोटो नाईट वियर मैं बेड पर दिखाई गई और विदाउट  शर्ट  बिकनी गर्ल के साथ में समुद्र के किनारे  यह उन दिनों चर्चा का विषय बन गया था । , इनका नाम बहुत सारी महिलाओं के साथ जोड़ा गया जिसमें से प्रमुख इस प्रकार हैं–Stephanie Beacham,Coraline Kellett,Emma Sergeant, Krestine Backer,Goldie Hawn and Sita White  इस तरह इनकी 22 गर्लफ्रेंड थीं,  जिसमें सीता वाइट से एक बेटी भी है 1979 से लेकर के 1989 तक इनकी दशा चंद्रमा की थी जो कि पंचम भाव में स्थित है अष्टम का स्वामी होकर के और उसके ऊपर शुक्र जो कि छठे और एकादश भाव का स्वामी है एकादश भाव में बैठकर अष्टमेश चंद्रमा के साथ दृष्टि संबंध बना रहा है तो यह समय उनके अफेयर्स और संबंधों को लेकर के चर्चित होना लाजमी है I


आश्चर्यजनक बात यह है इन्होंने 16 मई 1995 में जेमिमा गोल्डस्मिथ से शादी की उस समय इनकी दशा थी मंगल में सूर्य -  यहां पर मंगल  सप्तम भाव को देख रहा था और सूर्य सप्तमेश के साथ स्थित है 42 साल की उम्र में इनकी शादी हो रही है जो कि इनकी कुंडली से सिद्ध हो रहा है क्योंकि इनके 7th हाउस पर शनि और मंगल दोनों की दृष्टि पड़ रही है साथ ही सप्तमेश बुद्ध शनि के साथ है विवाह में देरी को दिखा रहा है शनि का सप्तम भाव एवं सप्तमेश पर प्रभाव यह रहा कि इनकी पत्नी इनसे उम्र में काफी छोटी थी I 22 जून 2004 को इनका तलाक हो जाता है 9 वर्ष की शादी के बाद  उस समय दशा राहु  में बुध  थी ।  राहु द्वितीय भाव में स्थित है एवं बुध सप्तम भाव का स्वामी दशम में विवाह विच्छेद की कहानी कह रहा है ।
अक्टूबर 2014 को इनका विवाह पाकिस्तानी जर्नलिस्ट रेहम खान से होता है और 22 अक्टूबर 2015 को इनका तलाक हो जाता है दशा  थी - गुरु/ गुरु दशा विवाह की भी दिखाती है और साथ ही साथ छठे और आठवें से संबंध विवाह विच्छेद भी दिखाती है ।
12 फरवरी 2018 इनका  तीसरा विवाह बुशरा बीबी से होता है जो कि एक धार्मिक सूफी महिला है जो कि इन्हें देवदूत और नेक रूंह  बताती है I
इससे आप देख सकते हैं कि यह ऑलराउंडर क्रिकेटर जितने इन्होंने विकेट लिए होंगे उतने ही इनके पर्सनल लाइफ में महिलाओं से संबंध रहे ।
विवादों से इनका संबंध बहुत अधिक बना रहा है इन्हें अगर कंट्रोवर्सी किंग कहा जाए तो अतिशयोक्ति नहीं होगी,
एक जगह उन्होंने  कहा कि  उनके प्लेबॉय इमेज को बढ़ा चढ़ा कर प्रस्तुत किया गया है ‘[ I,m not a saint ,either I never claimed to be
an angel,I,m just a humble sinner] 
उन्होंने खुद स्वीकार है कि उन्होंने बेईमानी की he said – Everyone had tampering with the ball ,I too tampered with the ball in the sense of lifting the seam and scratching the surface of the ball. But I never considered it  cheating  because that was accepted as part of cricket. Nobody was an angel.

Philanthropist परोपकारी कार्य
19 92 वर्ल्ड कप के  बाद अपना सारा पैसा  कैंसर हॉस्पिटल में दान  दे दिया, लाहौर में एक बहुत बड़ा हॉस्पिटल बनवाया वहां पर भी विवादों में घिरे रहे क्योंकि माना जाता है कि उन्होंने पैसा दान देकर उससे बहुत सारा पैसा बनाया । जबकि वह 3 जनरेशन पहले से धनी व्यक्तियों में आते हैं I

राजनीति और उसमें प्रवेश
1996  राजनीति में प्रवेश कर गए इस समय दशा थी राहु में राहु राहु जोकी इनके द्वितीय भाव में स्थित है इसका राशिश  शनि दशम भाव में दशमेश के साथ स्थित है, इनके  राजनीतिक क्षेत्र में प्रवेश करने की कहानी को स्पष्ट रूप से दिखा रहा है , पाकिस्तान में गरीबी उन्मूलन  सुधारक के रूप में कार्य करने की बात कही और उन्होंने एक अपनी पार्टी बनाई  ‘पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ ;-PTI
यहां से उनका नया जीवन शुरू होता है ,और उन्होंने अपनी प्लेबॉय की छवि को परिवर्तित करते हुए एक धार्मिक मुस्लिम व्यक्ति की स्थापित करने की कोशिश की, इसके लिए उन्होंने कई बार जनता के बीच में मुस्लिम प्रार्थनाओं  को किया ।
राजनीतिक क्षेत्र में इनका बयान हमेशा ही विवादों  और विविधताओं से भरा रहा है  अभी भी  राजनीतिज्ञों एवं वरिष्ठ पत्रकारों के मध्य उन्हें गंभीरता से नही लिया जाता और हमेशा ही  उनके वक्तव्य में स्थिरता का अभाव रहा है  जैसे – जहां एक तरफ आतंकवाद की निंदा करते हैं तो दूसरी तरफ पाकिस्तानी तालिबान के लिए धन प्रदान करते हैं, जहां एक तरफ Liberalism उदारवाद को बढ़ावा देते हैं तो दूसरी तरफ
-मुस्लिम विचारधारा को स्वीकार करते हैं ,एक तरफ बोलने की स्वतंत्रता को  स्वीकार करते हैं तो दूसरी तरफ ईशनिंदा कानून को भी सुरक्षित करते हैं ,एक तरफ प्रजातंत्र को स्वीकार करते हैं तो दूसरी तरफ परवेज मुशर्रफ के शासन को अच्छा बताते हैं I
इस तरह से आप स्पष्ट रूप से देख सकते हैं कि इनकी कथनी और करनी में बहुत ज्यादा अंतर है और इनके क्रिटिक्स कहते हैं कि ये झूठ बहुत [ कॉन्फिडेंस ]  मनोबल के साथ बोलते हैं I
इनके बारे में कहा जाता है कि यह धरना राजनीति में विश्वास करते हैं, यह भ्रष्टाचार मुक्त  एवं स्वच्छ राजनीति  का वादा अपनी जनता से करते हैं ,यह पाकिस्तान की जनता को स्टोन ऐज से बाहर निकालने की बात करते हैं, ऐसी स्थिति में वहां की मिडिल क्लास मध्यमवर्गीय युवा वर्ग एवं महिलाएं इनके साथ अपने भविष्य को सुरक्षित देखती हैं और इनका साथ इमरान खान को मिला यही कारण था की 10 अक्टूबर 2002 इमरान खान  पहली बार पार्लियामेंट के मेंबर बने दशा थी राहु में शनि दोनों का संबंध दशम भाव से बना हुआ है I
NOV 2007 पाकिस्तान के तात्कालिक राष्ट्रपति   परवेज मुशर्रफ ने पाकिस्तान में आपातकाल लगा दिया 14 नवंबर 2007  में भड़काऊ भाषण देने के कारण इन्हें जेल में डाल दिया गया ,जहां इन्होंने झूठी अफवाह बनाई कि उन्होंने जेल में भूख हड़ताल कर दी है 21 नवंबर 2007 को 3000 राजनीतिक कैदियों के साथ जेल से रिहा कर दिया गया इस समय दशा थी राहु में शुक्र छठे भाव का स्वामी होकर के अष्टम भाव के स्वामी चंद्रमा से दृष्ट इस घटना को स्पष्ट रूप से दिखा रहा है।
15 MARCH 2009 - दशा थी राहु/ शुक्र इनको नजर बंद कर दिया गया I

2018 इमरान खान ने प्रजातांत्रिक तरीके से पाकिस्तान में एक बड़ी जीत हासिल की 270 सदस्यों में से 116 सीटों में उन्होंने जीत हासिल की और पाकिस्तान में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी उनको अपनी सरकार बनाने के लिए 137 सदस्यों की जरूरत थी । 27 जुलाई 2018 को 8 निर्दलीय एवं पंजाब के मुख्यमंत्री के समर्थन से पीटीआई ने सरकार बना ली और इमरान खान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बन गए  । उस समय इमरान खान की दशा थी गुरु में शनि की गुरु -चतुर्थ भाव का स्वामी होकर के बड़े प्रबल राजयोग के साथ पंचम भाव में स्थित है और  शनि दशम भाव में दशमेश  बुध के साथ स्थित है जनता का पूर्ण समर्थन दिखाई देता है I
इमरान खान ने नए पाकिस्तान बनाने का वादा किया था परंतु 2022 के आते-आते गठबंधन के दो दलों ने अपना समर्थन वापस ले लिया  अतः 3 ½  साल में इमरान सरकार सत्ता से बाहर हो गई इसकी प्रमुख वजह निम्न हैं 1- इनकी वजह से अफगानिस्तान में अशरफ गनी की सरकार चली गई।
2- अफगानिस्तान में तालिबान के वापस आने से पाकिस्तान पर दबाव बढ़ गया।
3- पाकिस्तान की सेना ने अपना हाथ इमरान खान के ऊपर  से खींच लिया ।
4-आर्थिक मोर्चे पर सरकार लगातार नीचे जाती रही और विदेशी कर्ज बढ़ता गया।
5- विपक्ष एकजुट होता चला गया क्योंकि भ्रष्टाचार मुक्त करने के लिए नैष नामक संस्था जो भ्रष्टाचार से जुड़े लोगों के ऊपर कार्यवाही करती है ने विपक्ष के नेताओं को गिरफ्तार करना शुरू कर दिया जिससे विपक्षी एकता मजबूत हो गई I
6-  पाकिस्तान अमेरिका का पारंपरिक सहयोगी रहा है परंतु इमरान खान  ने अमेरिका से मुक्त  स्वतंत्र विदेशी नीति बनाने की कोशिश


में जिस दिन रूस ने यूक्रेन पर हमला किया इमरान खान मॉस्को में पुतिन के साथ थे I
7-चीन भी बीते सालों में पाकिस्तान से खुश नहीं था क्योंकि चीन के ड्रीम प्रोजेक्ट सीपैक पर काम बहुत धीमी गति से हुआ था। 
इन कारणों के कारण 9 अप्रैल 2022 को इमरान खान की पार्टी  को नो कॉन्फिडेंस वोट में हार गई अपोजिशन लीडर  शहबाज शरीफ को  नए पीएम बनाये  जाने  का अवसर प्रदान हो गया  और 10 अप्रैल को 2022 को शहबाज शरीफ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बन गए
3 नवंबर 2022 में वजीराबाद में इमरान खान स्पीच दे रहे थे उस समय गन से उनके ऊपर 6 फायर किए गए इमरान खान बाल बाल बचे 5 मार्च 2023 को अरेस्ट वारंट लेकर पुलिस इमरान खान के घर दाखिल हुई इमरान खान नहीं मिले पुलिस कामयाब नहीं हो पाई ।

मनोवैज्ञानिक विश्लेषण
मैंने अपने पूरे जीवन में इस प्रकार की कुंडली नहीं देखी -जहां चरित्र में इतना उतार-चढ़ाव हो ऐसे लगा जैसे ईसीजी की हार्ट की मशीन हो जो  हार्ट चेक होते समय लगातार जिक जैक जिक जैक ऊपर नीचे ऊपर नीचे दिखाई देती है  उसी प्रकार  मि. खान का चरित्र भी जैसे - एक तरफ बहुत बहादुर दिखाई देते हैं तो दूसरे ही पल बहुत कमजोर निर्बल प्रतीत होते हैं ।कभी अवसरवादी प्रतीत होते है तो कभी मासूम दिखता है  ,कभी मारे जाने के खौफ में दिखायी देते है तो दूसरे ही पल अपने  आप को जनता के लिए  कुर्बान करने की बात करते हैं  आइए उनकी कुंडली में मनोवैज्ञानिक कारण समझने की कोशिश करते  हैं- जहां कुंडली प्रबल राजयोग से भरी हुई है वहीं 3, 6 ,8 ,12 भावों का संबंध भी प्रमुखता से दिखाई दे रहा है ।

 

साथ ही 2 गुरुओं बृहस्पति और शुक्र का आपस में सम- सप्तम संबंध उसमें आग में घी का काम कर रहा है दोनों शुभ ग्रह है तो जहां एक तरफ शुभता के प्रभाव को बढ़ाते हैं वहीं एक तरफ  दैत्य गुरु शुक्र और दूसरी तरफ देव गुरु बृहस्पति विचारधाराओं में इतनी असमंजस स्थिति पैदा करते हैं गौरतलब हो कि इन दोनों ग्रहों का संबंध पंचम भाव से हो गया है एवं चंद्रमा से भी हो गए हैं अतः व्यक्तित्व में विरोधाभास दिखाई पड़ना स्वतः ही हो जाता है I
रही बात उनके पाकिस्तान में राजनीतिक क्षेत्र में स्थिति की मुझे यहां पर देवानंद की फिल्म गाइड याद आ रही है जिसमें हीरो ना चाहते हुए भी  परिस्थिति बस गांव वालों की गुरु की भूमिका में आ जाता है ।
गौर करने वाली बात यह है कि पाकिस्तान की कुंडली में 2 फरवरी 2018 से अक्टूबर 2020 तक शुक्र में गुरु की दशा चल रही थी ।
1947 के बाद से पाकिस्तान की जिस तरह की राजनीति रही है और जिस प्रकार से अमेरिका का हस्तक्षेप रहा है और पाकिस्तान आजाद होकर भी आजादी से कोसों दूर रहा है कभी अमेरिका की गुलामी तो कभी चीन की गुलामी तो कभी आतंकवाद की गुलामी से जूझता जा रहा था ऐसे में इमरान खान में जनता को परिवर्तन की एक लौ दिखाई थी और राजनीतिक बैकग्राउंड ना होते हुए भी और 
विवादास्पद बयान देने के बावजूद भी इन्हें बड़ी मात्रा में सफलता प्राप्त हुई जो सभी के लिए एक आश्चर्य की बात रही

बृहस्पति ग्रह एवं शुक्र ग्रह—--
यहां पर इनकी बात किए बगैर पूरा विवेचन ही अधूरा रह जाएगा हमारे गुरु श्री केएन राव सर का एक विशेष शोध रहा है कि गुरु और शुक्र ग्रह जब आपस में इनकी दशाएं आती हैं तो जीवन में बड़े परिवर्तन लाती है यद्यपि शास्त्रों में इन दशाओं को बहुत अच्छा माना गया है ,क्योंकि दोनों ग्रह शुभ है और और इस प्रकार से वह शुभत्व

में वृद्धि करते हैं – ,पालकी हाथी आदि की सवारी ,राजा की कृपा से धन लाभ, सुख ,नील रक्त वस्तुओं का लाभ ,पूर्व दिशा में यात्रा से विशेष लाभ और धन,, घर में कल्याण माता-पिता से सुख ,देवता में भक्ति, अन्नदान ,जलाशय निर्माण आदि धर्म कार्य होता है I
पर जब इन ग्रहों का डिकोड किया जाता है तो आश्चर्यजनक रूप से परिवर्तन दिखाई पड़ते इसको आप ऐसे समझ सकते हैं की एक फिल्म की चल रही हो जिसमें पर्दे में हाथी घोड़े पहाड़ झरने हरा भरा मौसम दिखाई दे रहा हो और आप घोड़े पर चलते चले जा रहे हों और अचानक फिल्म की रील बदल जाती है और न्यूयॉर्क या फिर दुबई के दृश्य रात में दिन जैसी व्यवस्था दिखाई देने लगती है चारो तरफ चकाचौंध की आंखें चौंधिया जाये  कहने का तात्पर्य यह है कि पहले वाले सीन से दूसरे वाले सीन में सम्बन्ध  नहीं होता इतना परिवर्तन आता है उदाहरण के तौर पर आप को समझाने का प्रयास करती हूं 1–महात्मा गांधी जी बैरिस्टर की डिग्री प्राप्त करने के बाद  कॉन्ट्रैक्ट बेस पर अफ़्रीका किसी केस के सिलसिले में  जाना था 31 JAN 1888  से 2 अक्टूबर 1891 तक  शुक्र में गुरु की दशा थी  उनकी ट्रेन में टिकट था जो कि फर्स्ट क्लास का था परंतु उनको वहां से उतार दिया गया , जिसका उन्होंने घोर विरोध किया   यहां  से उनका  जीवन दूसरे  दिशा में चल पङा और शुक्र शनि की दशा में उन्होंने सविनय अवज्ञा आंदोलन अफ्रीका में पहली बार शुरू कर दिया।
2-  दूसरा के  पंडित जवाहरलाल नेहरू का है   जो कि ब्रिटेन से बैरिस्टर की डिग्री लेकर के हिंदुस्तान आए थे वह हिंदुस्तानी कम और अंग्रेज ज्यादा थे उनका पालन पोषण इस प्रकार से किया गया था ।उनके पिता मोतीलाल नेहरू उस जमाने के जाने-माने धनी गणमान्य व्यक्तियों में आते थे इनके कपड़े भी  पेरिस की लॉन्ड्री से साफ करके आते थे  ,एक तरह से यह अपने आप को अंग्रेज ही समझते थे क्योंकि गोरे चिट्टे भी थे परंतु हम लोगों को यह किस्सा

राव सर ने कई बार बताया है इलाहाबाद में एक जिमखाना क्लब था जिसके यह मेंबर बनना चाहते थे परंतु अंग्रेज ना होने के कारण इन्हें वहां का सदस्य बनाने से अंग्रेजों ने इंकार कर दिया 3 जुलाई 1922 से 3 मार्च 1925 तक इनकी दशा शुक्र में गुरु थी इनके अंदर देशभक्ति इतनी तेजी से विकसित हुई कि ये राष्ट्रीय आंदोलन में कूद गए पेरिस का कपड़ा पहनने वाला व्यक्ति खादी कुर्ते पजामे और चप्पल में आ गया I
3 - तीसरा केस मैंने अपने गुरु श्री के एन राव सर का लिया है हमारे गुरु राव सर 1991 से दिल्ली में सरस्वती कुंज पटपड़गंज में रहा करते थे  ,और समय बीता जा रहा था अचानक 2021 बेंगलुरु जाने का निर्णय ले लिया फिर दशा थी शुक्र में गुरु
एक परिदृश्य के बाद दूसरा परिदृश्य जो कि एकदम विपरीत धारा में बहता हुआ दिखाई देता है ,जीवन के पूरे पूरे मूल्यों को जो पुराने थे परिवर्तित कर देता है और नई दिशाओं को देने लगता है जीवन के प्रारंभिक वर्षों में जब यह दशा आती है तब हम इसे बहुत  स्पष्ट रूप से नहीं समझ पाते हैं परंतु जब जीवन के 40 साल के बाद यह दशा आती है तो निश्चित रूप से बड़े सारे परिवर्तन के साथ आती है एक नई दिशा और नए आयाम तय करवाती है ।
इस प्रकार की विपरीत परिस्थिति उत्पन्न करने का प्रमुख कारण जो गुरु जी ने बताया वह इस प्रकार से है यदि हम वृषभ राशि से देखें तो गुरु अष्टम भाव का स्वामी हो जाता है अगर हम तुला राशि से
देखें तो गुरु तृतीय भाव और छठे भाव का स्वामी हो जाता है जब 
हम मीन राशि से देखते हैं तो शुक्र अष्टम भाव का स्वामी और तृतीय भाव का स्वामी हो जाता है, जब हम धनु राशि से देखते हैं तो शुक्र छठे भाव का स्वामी एवं एकादश भाव का स्वामी हो जाता है इस तरह से यह दोनों गुरु ब्राम्हण ग्रह एक दूसरे से 6 / 8 बने रहते हैं, जिससे कि विपरीत परिस्थितियां उत्पन्न होती है I और वैसे भी दोनों की विचारधाराएं भी एक दूसरे से भिन्न है एक भौतिकवादी है दूसरा

तपस्वी है और त्यागी है इस प्रकार की विपरीत परस्थितियां उत्पन्न होना स्वाभाविक ही है ।
अब मैं इमरान खान जी की कुंडली पर आती हूं- दिसंबर 2021 से अगस्त 2024 तक गुरु में शुक्र की दशा रहेगी यह किस प्रकार की होगी- जब जीवन में इतने बड़े परिवर्तन आते हैं तो बहुत सारे कठिन 
तम समय  एवं विपरीत परिस्थितियों से  हमें गुजरना पड़ता है Iयह परिवर्तन हमें तनावग्रस्त ,स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं एवं अपने विचार धाराओं में परिवर्तन को स्पष्ट संकेत देती है। दिसंबर 2021 के बाद इमरान खान के निर्णय में जिस तरह से उन्होंने अमेरिका की खिलाफत की, जिस तरह से उन्होंने अभी तक सेना  की हुकूमत ही पाकिस्तान में डिक्टेट करती थी और इनको इसीलिए लाया गया था कि इन्हें ब्लू आइड बॉय सिविल लीडर के रूप में रखा जाएगा और आर्मी तानाशाह की तरह काम करेगी । एक थ्योरी य भी  निकल कर के आ रही है कि इनकी सत्ता इसलिए नहीं गई कि उन्होंने  कोई गलती  की थी या  आर्थिक क्षेत्र में  इन्होंने अच्छा नहीं किया, इनकी लड़ाई पाकिस्तान की सेना से सीधी तौर पर हो गई क्योंकि उन्होंने सेना के हाथों की कठपुतली बनने से इनकार कर दिया।

क्योंकि उन्होंने भ्रष्टाचार के आरोपों में लिप्त नेताओं को जेल पहुंचाने का कार्य किया था तो विपक्षी अब सत्ता में आने पर इनके ऊपर अनर्गल आरोप  मढ़कर  तोषाखाना में घड़ी के पैसे ना जमा करने के लिए इनके ऊपर गैर जमानती वारंट लगा दिया है जिससे पाकिस्तान की आवाम भड़क गई है और इस समय पाकिस्तान की जनता इमरान खान के लिए सड़कों पर उतर आई है जितना इनके ऊपर कार्रवाई की जा रही है उतना ही जनता में उनका प्रभाव बढ़ता जा रहा है निश्चित तौर पर शुक्र इनके जीवन में बहुत सारी परेशानियां लेकर आती है परंतु साथ ही साथ उन्हें नई ऊंचाई प्रदान करती है I

इन दिनों पाकिस्तान के पूर्व प्राइम मिनिस्टर इमरान खान कई बार भारत के प्रधानमंत्री मोदी की विदेश नीति की तारीफ कर चुके हैं, एक तरफ जहां उन्हें मौत का खतरा मंडरा रहा है वही पाकिस्तान के एक बेहतरीन नेता के रूप में भी उभरकर सामने आ रहे हैं इमरान खान वह व्यक्ति हैं जो राजनीति में अपनी महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने के लिए गए थे और परिस्थिति के  अनुसार अपने बातों को बदल दिया करते थे और उन्हें कोई गंभीरता से नहीं लेता था आज बदलते परिस्थितियों में पाकिस्तान जबकि बुरी पर स्थिति से गुजर रहा है पूरे पाकिस्तान को केवल इमरान खान ही में अपने नेता दिखाई देता है कारण यह है कि विपरीत परिस्थिति होते हुए भी इमरान खान अमेरिका से बिना डरे पुतिन से मिलने रूस चले गए जिनका मूर्खतापूर्ण डिसीजन था परंतु उनकी  निडरता को तो दिखा ही रहा है पाकिस्तान की परिस्थिति बस एक अच्छे नेता के रूप में इमरान खान उभर रहे हैं इसमें कोई संशय ही नहीं है कि पाकिस्तान की सेना एवं विपक्षी दोनों ही इन्हें रास्ते से हटाना चाहते हैं परंतु गुरु और मंगल का परिवर्तन योग श्रीनाथ योग भैरी योग और अष्टम भाव का के स्वामी चंद्रमा पर गुरु और शुक्र का प्रभाव उनके जीवन को बचाए रखने में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा हैI
इस सब के बाद भी इनके ऊपर संकट बना हुआ है क्योकि  — ENIGMAS IN ASTROLOGY Book मे राव सर ने तुला एवं धनु लगन के लिए गुरु- शुक्र दशा सबसे खराब दशाओं में से होती है। 7 मई 2023 से 14 सितंबर 2023 तक गुरु/शुक्र/गुरु चलेगी साथ ही गोचर की स्थिति इनके पद  और पोजीशन में अचानक बड़े बदलाव की घोषणा कर रही है । और इमरान खान जी भय से  देश भी छोड सकते है।


धन्यवाद   
ज्योतिषाचार्य जयासिहं